** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें।
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। शारद नारद शीश नवावैं॥
लोकनाथं, शोक – शूल – निर्मूलिनं, शूलिनं मोह – तम – भूरि – भानुं ।
धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
भगवान शिव जी की चालीसा के बोल निचे दिए गए हैं। श्री शिव चालीसा प्रारम्भ।
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
Your browser isn’t supported anymore. Update it to get the best YouTube knowledge and our hottest features. Learn more
वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
हनुमान चालीसा लिरिक्स
मातु पिता भ्राता सब shiv chalisa lyricsl कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥
तब ही दुख प्रभु आप निवारा ॥ किया उपद्रव तारक भारी ।
ॠनिया जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास shiv chalisa in hindi शिवपुर में पावे॥